Telecom Law: Jio, Airtel के साथहि सभी सिम कार्ड पर लागु हो गए यह 4 नए सख्त नियम

Telecom Law: भारतीय टेलीकॉम क्षेत्र में हाल ही में कुछ नए बदलाव किए गए है. 1 नवंबर से जिओ, एयरटेल और अन्य सिम कार्ड पर ये नए नियम लागू होंगे. ये नियम सिर्फ टेलीकॉम सेवाओं को ही नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा और सेवा की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाएंगे.

नए नियमों के अनुसार सभी सिम कार्ड उपभोक्ताओं को एक बार केवाईसी प्रक्रिया से गुजरना होगा. यह कदम धोखाधड़ी और गलत पहचान को रोकने के लिए लिया गया है. इसमें उपभोक्ताओं को पहचान पत्र, पते का प्रमाण और हाल की पासपोर्ट साइज फोटो जमा करनी होगी. इस प्रक्रिया के बाद ही सिम कार्ड का उपयोग किया जा सकेगा, जिससे धोखाधड़ी जैसी समस्याओं से बचा जा सके.

डेटा और कॉलिंग चार्ज में पारदर्शिता

नए नियम के अनुसार अब सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपने डेटा और कॉलिंग चार्ज की पूरी जानकारी साफ-साफ उपभोक्ताओं को बतानी होगी. कंपनियों को अपने रिचार्ज प्लान और उनकी सीमाएं स्पष्ट रूप से ग्राहकों तक पहुंचानी होंगी, ताकि उपभोक्ता आसानी से बिना किसी उलझन के अपने पसंदीदा रिचार्ज प्लान चुन सके. इसके अलावा अगर कंपनियां अपने रिचार्ज प्लान में कोई बदलाव करती हैं, तो इसकी जानकारी भी ग्राहकों को देनी होगी.

 200 मेगापिक्सल डीएसएलआर कैमरा के साथ लॉन्च करेगा विवो अपना ड्रोन कैमरा स्मार्टफोन

ग्राहक सेवा में सुधार

ट्राई (TRAI) ने टेलीकॉम कंपनियों के लिए एक नई जिम्मेदारी तय की है. अब ग्राहकों की सेवा को बेहतर बनाने के लिए कुछ नए मानक बनाए जा रहे है. इसके तहत कंपनियों को ग्राहकों की शिकायतों का समाधान जल्दी करने के लिए एक समय सीमा निर्धारित करनी होगी. सभी शिकायतों का समाधान 48 घंटे के अंदर करना अनिवार्य होगा. अगर शिकायत समय पर हल नहीं होती है, तो ग्राहक को मुआवजा भी दिया जाएगा.

धोखाधड़ी से सुरक्षा

नए नियमों के अनुसार उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने के लिए खास कदम उठाए जा रहे है. टेलीकॉम कंपनियों को यह निश्चित करना होगा कि उनकी सेवाओं का गलत इस्तेमाल न हो. अगर किसी उपभोक्ता का सिम कार्ड गलत तरीके से उपयोग होता है, तो उसे तुरंत ट्राई (TRAI) से संपर्क करना होगा. गलत सिम कार्ड का उपयोग करने पर ₹10,000 तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है.

1 नवंबर से लागू होने वाले ये नियम टेलीकॉम क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत देते है. इससे न सिर्फ टेलीकॉम मंत्रालय को, बल्कि उपभोक्ताओं के डेटा और प्राइवेसी की सुरक्षा में भी मदद मिलेगी. अधिक जानकारी के लिए आप संबंधित आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते है.

Leave a Comment